Ramaswami

This Blog is about the democratic movements in India. Its only aim and objective is to fight against the anti-people policies of the ruling class.

Monday, February 17, 2020

संसद में अमित शाह द्वारा दो बार NRC करवाए जाने की बात के बावजूद, 22 दिसंबर को मोदी ने खुलकर कहा कि NRC पर कोई चर्चा ही नहीं है। फिर अब जो अभियान चालू हो रहा है, उसमें NPR और NRC पर इन दोनों ने पूरी तरह चुप्पी साध रखी है। यह न केवल हंसने वाली बात है, बल्कि साफ झूठ भी है। शाह को पता होना चाहिए था कि प्रदर्शनकारी NRC-NPR के भी उतने ही खिलाफ हैं, जितने CAA के। उन्हें इस मुद्दे पर बात साफ करनी चाहिए थी। शायद चुप रहकर भी एक मुद्दे का हल किया जा सकता है।

BJP का जनजागरण: झूठ और भ्रम का महाजाल | न्यूज़क्लिक




Ramaswami at 8:41 AM
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