Monday, April 27, 2020

अबू धाबी से कमलेश भट्ट का शव 25-26 अप्रैल की दरमियानी रात दोबारा दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचा। कोरोना के संकटग्रस्त समय में यूएई में लॉकडाउन के दौरान बड़ी मुश्किल से यही ताबूत 23 अप्रैल को भी दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचा था। समूचे दस्तावेजों, डेट सर्टिफिकेट, पोस्टमार्टम रिपोर्ट के साथ आबू धाबी से भारतीय दूतावास ने शव दिल्ली भिजवाया था लेकिन तब कई फोन घुमाने के बाद एयरपोर्ट अधिकारियों ने शव लेने से इंकार कर दिया और उसी विमान से ताबूत आबू धाबी लौटा दिया। आपको बता दें कि उसके मृत्यु प्रमाणपत्र में लिखा है कि वह कोरोना से संक्रमित नहीं था। उसके साथ दो और शव वतन से वापस भेज दिए गए। कमलेश की मौत 17 अप्रैल को हुई थी। टिहरी से शव लेने के लिए विशेष पास बनवाकर दिल्ली पहुंचे उसके दो भाइयों के होश फाख्ता हो गए, ये क्या क्रूर मज़ाक था, जो अभी-अभी उनके भाई के शव के साथ हुआ।

कमलेश की तरह फिर न लौटाया जाए किसी बेटे का शव, ये तय करे सरकार | न्यूज़क्लिक