Sunday, April 19, 2020

उत्तर प्रदेश के अम्बेडकरनगर ज़िले के 22 साल के रिज़वान अहमद की मौत 18 अप्रैल को हो गई। आरोप है लॉकडाउन के दौरान घर से बाहर निकलने पर पुलिस ने उसकी बेरहमी से पिटाई की, जिसके चलते बाद में उसने दम तोड़ दिया। रिज़वान अहमद दिहाड़ी मज़दूर था और जैसा कि ज़ाहिर है कि इस लॉकडाउन के चलते वो बेरोज़गार हो गया था। बुजुर्ग पिता इज़राइल पंक्चर जोड़ते हैं। इन दिनों उनका भी काम बंद है। घर में खाने-पीने की बहुत किल्लत हो गई थी। परिवार वालों के मुताबिक घर में खाने के लिए कुछ नहीं था और रिज़वान भूखा था। इसलिए वह खाने के लिए बिस्कुट लेने बाहर गया था। रिज़वान के पिता इज़राइल ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में कहा है कि उनका बेटा 15 अप्रैल को शाम 4 बजे अकबरपुर (टांडा) के छज्जापुर, घर का कुछ समान लेने गया था। उनके मुताबिक स्थानीय पोस्ट ऑफ़िस के पास उनके बेटे को एक पुलिस जीप ने रोका था। जीप में एक महिला पुलिस दरोगा और कुछ सिपाही मौजूद थे।

दिहाड़ी मज़दूर रिज़वान की अस्पताल में मौत, पुलिस पर बेरहमी से पिटाई का आरोप | न्यूज़क्लिक