Wednesday, April 22, 2020

पूरी मानव जाति इस समय कोरोना वायरस के ख़िलाफ़ जंग लड़ रही है। भारत में भी इस लड़ाई में पूरी चिकित्सा बिरादरी डटी हुई है। कोरोना के ख़िलाफ़ इस लड़ाई में सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है भारतवासियों में ‘वैज्ञानिक दृष्टिकोण और तर्कसंगत सोच’ की कमी जिसके चलते लोग कई तरह के पूर्वाग्रहों से ग्रसित हैं। हमारे देश में एक तर्कहीन समाज का निर्माण हुआ है और पिछले कुछ वर्षो में यह संस्कृति और मजबूत हुई है। कुछ दिन पहले ही हिमाचल प्रदेश के प्रतिष्ठित अख़बार में एक ख़बर छपी जिसका शीर्षक था, "भूतों की मदद से कोरोना को रोकेगा हिमाचल”। इस ख़बर में आयुर्वेद विभाग के अफसर डॉ. दिनेश के हवाले से बताया गया था कि आयुर्वेद विभाग कोरोना को भगाने के लिए भूत तंत्र का सहारा लेगा, जो आयुर्वेद की पुरानी विद्या है। इस ख़बर को प्रकाशित करने में अख़बार को संकोच नहीं हुआ और न ही नागरिकों से कोई प्रतिक्रिया आई। हिमाचल प्रदेश की भाजपा सरकार से तो कोई क्या ही आशा करे क्योंकि भाजपा तो ऐसी सोच के पक्ष में ही है। इससे पहले भी भारत में कई लोग गौ मूत्र से कोरोना को भगाने और Covid 19 बीमारी को ठीक करने के दावे कर चुके हैं।

कोरोना के ख़िलाफ़ लड़ाई वैज्ञानिक चेतना के बिना नहीं जीती जा सकती | न्यूज़क्लिक