SAVE WEST BENGAL FROM TRINAMOOL CONGRESS

RESIST FASCIST TERROR IN WB BY TMC-MAOIST-POLICE-MEDIA NEXUS

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Monday, March 23, 2020

इस दौरान नौकरशाहों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों के बीच "स्थानीय" और "समुदाय" संक्रमण के अंतर को लेकर शास्त्रीय बहस चल रही है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने "स्थानीय" को ज्ञात, स्थानीय सामुदायिक संपर्कों के चलते संक्रमण के रूप में परिभाषित किया. यह बड़े समुदाय से इस तरह से भिन्न है कि जहां संक्रमित व्यक्ति से सीधे संबंध न स्थापित किया जा सके. स्थानीय और सामुदायिक प्रसारण के बीच यह भेद भ्रामक है, यह देखते हुए कि स्थानीय लोग जिनके संपर्क में हैं, वे अपने स्वयं के संपर्कों के साथ एक बड़े समुदाय का हिस्सा हैं. इसके अलावा यह देखते हुए इस बहस की कोई आवश्यकता प्रतीत नहीं होती है कि डब्ल्यूएचओ के पास देश में वायरस फैलने के दो मापदंड हैं, एक विदेश से आए व्यक्ति के द्वारा और दूसरा स्थानीय प्रसारण के ​जरिए. डब्ल्यूएचओ ने भारत को स्थानीय प्रसारण वाले देश के रूप में वर्गीकृत किया है.

कोविड-19 के सामुदायिक संक्रमण न होने का आईसीएमआर का दावा आधारहीन